Poem
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“कश्मीर की पुण्य धरा”
“कश्मीर की पुण्य धरा” हिमगिरि के आँचल में बसी, ज्ञान-ज्योति की पावन धरा। ऋषि कश्यप की करुणा जहाँ, शारदा की…
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विदाई
घर में कोलाहल मचा हुआ था, जो जहाँ था,वहीं दहाड़ें मारकर रो रहा था। नीलकमल अंदर गई तो देखा कि…
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स्याही : तारे प्रावेग की धूल भरी
मेरी स्याही धूल का रंग तारा मां ने आशीवादों की लड़ी से सजाया नक्षत्र मेरी झोली के आंचल बांधा अक्षरों…
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इश्क़ की किताब
इश्क़ की किताब इश्क़ की किताब कभी तन्हा रातों में खुलती है, कभी तेरी मुस्कान के गलियारों में महकती है।…
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मेरा लक्ष्य
**मेरा लक्ष्य** हां मैं पराजित हुई हूं … लेकिन लक्ष्य से भटकी नहीं हूं… …. झंझाओ ने तोड़कर गिरा दिया…
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मन पूछे कई बार, कैसा होता है पतझड़-बहार
*मन पूछे कई बार, कैसा होता है पतझड़-बहार* मन पूछे कई बार, कैसा होता है पतझड़-बहार, कुछ पल का…
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महोब्बत
महोब्बत महोब्बत की गहराई में, एक दरिया है, जिसमें मैं डूब जाताी हूँ, और तेरी यादें हैं, जो दिन रात…
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प्यार कैसे बयान करूँ
प्यार कैसे बयान करूँ नाम: टी.आदि लक्ष्मी आज जीने की तमन्ना है दिल में बेचैनी हो रही है प्यार का…
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रंग दे कलम
रंग दे कलम विषय-होली/फाग मन के भेद पिया संग खोले,चोरी चोरी नैना बोले। झूम झूम कर तन मन डोले,प्रेम रंग…
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