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प्यार कैसे बयान करूँ 

प्यार कैसे बयान करूँ 

नाम: टी.आदि लक्ष्मी

आज जीने की तमन्ना है

दिल में बेचैनी हो रही है

प्यार का तराना गा रहा है

मन ही मन गुनगुनाता है

लब्ज़ ना कह पाते ये प्यार है।

 

अकेला ना जी पाऊंगा

दिन रात तुझे ही चाहूँगा

मेरे पलकों में सजाऊंगा

धड़कन में तेरा नाम सुनूंगा

तेरे नाम जिदंगी जीऊंगा है।

 

रात सपनों में तुझे देखता

भगवान से तुझे माँगता

मैं होंठों से ना कह पाता

तुझे दिल से बहुत चाहता

पाने की ख्वाहिश रखता।

 

ये जिंदगानी तेरे नाम की

साँस लेता हूँ तेरे नाम की

इच्छा करता तेरे प्यार की

राह देखता तेरी आहट की

प्यार समझा जिंदगी की।

 

खुशियाँ भर दी दिल में

चलो प्रेम बाँटे आपस में

जन्नत बसाएंगे जीवन में

रंगों से भर दे परिवार में

आ जाओ मैं हूँ तेरी राह में।

 

ये मेरी स्व रचना है।

 

टी. आदि लक्ष्मी

अनंतपुरम

आंध्रप्रदेश

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