छह साल से फरार 25 हजार का इनामी तस्कर गिरफ्तार
जोधपुर अरुण माथुर। जोधपुर रेंज पुलिस की साइक्लोनर टीम ने ऑपरेशन मदगवैया के तहत कार्रवाई करते हुए मादक पदार्थ तस्करी के 25 हजार के फरार इनामी को गिरफ्तार किया है। आरोपी के खिलाफ पाली पुलिस ने 25 हजार का इनाम घोषित कर रखा था। रेंज की साइक्लोनर टीम ने उसे पकड़ा है। साइक्लोनर टीम जमीन खरीदार बनकर आरोपी के पास पहुंची थी। जोधपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक विकास कुमार ने बताया कि आरोपियों को पकड़ने के लिए ऑपरेशन मद गवैया चलाया गया। इस अभियान के तहत जसाराम, बाबूराम और चेतनराम नाम के आरोपियों को पकड़ा गया है। आईजी ने बताया कि इसमें मुख्य आरोपी जस्साराम उर्फ जसिया को पकड़ा है। यह पिछले छह साल से फरार था। उसके खिलाफ पाली, चितौड़, बाड़मेर तीन जिलों में मामले दर्ज है। पाली पुलिस ने आरोपी पर 25 हजार का इनाम घोषित किया था। आरोपी ने चितौडगढ़ के निंबाहेड़ा को अपना ठिकाना बना रखा था। यहां से पूरे प्रदेश में नशा सप्लाई करता था। जस्साराम 11वी में फेल हो गया था। इसके बाद प्राइवेट 12वीं पास की। पहले फार्म हाउस में काम करता था। बाद में सेकेंड हैंड गाडियां बेचने लगा। जिसके चलते उसका संपर्क खरताराम से हो गया। बाद में खरताराम के साथ मिलकर नशा सप्लाई करता था। एक ऑपरेशन के दौरान पुलिस से घिरने पर खरताराम ने खुद को गोली मार दी थी। इसमें बाद यह खुद अपनी गैंग बनाकर नशा सप्लाई करने लगा। जस्साराम के साथ ही पुलिस ने बाबूराम को भी गिरफ्तार किया। बाबूराम भणियाणा में 11 किलो अफीम पकड़े जाने के मामले में फरार था। इसके छोटे भाई की पत्नी भणियाणा में उप प्रधान है। ये एनडीपीएस एक्ट के मामले में फरार था। इसके साथ चेतनराम को भी पकड़ा गया। इसलिए नाम रखा मदगवैया ऑपरेशन का नाम मद गवैया रखने के पीछे की वजह बताते हुए आईजी विकास कुमार ने बताया कि मद यानी मादक पदार्थ। आरोपी मादक पदार्थ की तस्करी करते थे। गवैया का नाम पंडित जसराज से लिया गया क्योंकि आरोपी का नाम जस्साराम था जबकि पंडित जसराज जो खुद गायक थे। इसलिए इसका नाम मदगवैया रखा गया। टीम अब तक 62 ऑपरेशन कर 64 आरोपियों को पकड़ चुकी है।