
“शब्दों की जादूगर मीनू वर्मा: युवा साहित्यकार जिन्होंने रचा सफलता का नया अध्याय”
दिल्ली/रितु वर्मा
नवोदित युवा साहित्यकार मीनू वर्मा उत्तर प्रदेश, इलाहाबाद की निवासी हैं। उनके पिता का नाम श्री बी.एल. वर्मा और माता का नाम श्रीमती राधा वर्मा है। उनका जन्म 11 दिसंबर 1994 को हुआ था।
इनकी रचनाएं संस्कार न्यूज़, भारत टाइम्स न्यूज़, साहित्य ज्योति पत्रिका, हमारा वतन,अमृत राजस्थान, दैनिक युग पक्ष, झंझट टाइम्स, पेज 3 न्यूज़, हिंदी दैनिक दी ग्राम टुडे, आदि अनेक पत्र पत्रिकाओं में छप चुकी है। डीडी भारती न्यूज ने इन्हें सम्मान पत्र भी दिया है।
उनके नाम अनेको पुरस्कार भी हैं जो संस्कार न्यूज़ और अन्य संस्थाओं द्वारा दिए गए हैं। नेशनल यूथ आइकॉन अवार्ड, कवि रत्न सम्मान 2024, रामनवमी सम्मान 2024, ए.पी.जे अब्दुल कलाम अवॉर्ड सहित इनको टॉप 60, टॉप 70 लेखिका का पुरस्कार मिल चुका है।
वह एक उत्साही लेखिका हैं|जिन्होंने कई संकलनों में भाग लिया हैं। साहित्य परिषद उनका पहला ओपन माइक का मंच था| उसके बाद उन्होंने बहुत सारे ओपन माइक में भाग लिया है| जैसे कि डेली डाईस क्लब, होप लिटरेरी कम्युनिटी, पोएटिक एसेंस पब्लिकेशनस, स्टोरी स्पिनर पब्लिकेशन, वर्ड सीक्रेट कम्युनिटी, टैलेंट वाइब्स कम्युनिटी, ग्लोबल लिटरेसी सर्कल एंड पब्लिकेशन इत्यादि ।
इसके अतिरिक्त 30 से अधिक साझा संकलनों में उनकी कविताएँ शामिल की गई हैं| जैसे कि “ड्रीम एंड डिजायर “, “चांद, रात और तुम”, “ड्रीर्म्स 2024”, “भारत गणराजन”, “अनफॉरगेटेबल मोमेंट्स”, “वरदांत नेचर”, “जीवन:-एक संघर्ष की यात्रा”आदि। इसके अतिरिक्त, कई पत्रिकाओं में भी उनकी कविताएँ प्रकाशित हुई हैं|जैसे कि “होप ऑफ होप”, “पोएटिक एसेंस मंथली मैगजीन”।
उन्होंने कई सारी चुनौतियों का सामना किया है और बहुत सारी प्रतियोगिताओं में भी भाग लिया है|जिसमें उन्हें अनेक बार प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है और “टाइटल ऑफ दिस स्टार राइटर”, “बेस्ट राइटर ऑफ़ द विक, “साप्ताहिक अनमोल रत्न ख़िताब”, का प्रमाण पत्र मिला है।
“मीनू की शब्दयात्रा” और “Got Bigger With Age” उनकी पुस्तक है।