बिश्नोई महासभा का जोधपुर बंद, पेड़ों की कटाई के खिलाफ सड़क पर उतरे हजारों लोग..
जोधपुर अरुण माथुर | राजस्थान में लगातार हो रही पेड़ों की कटाई के विरोध में आज अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा ने जोधपुर बंद का आह्वान किया। इस बंद के तहत हजारों लोग सुबह से ही पावटा चौराहे पर जुटे और वाहन रैली निकालकर अपना विरोध दर्ज कराया। रैली में बिश्नोई समाज के साथ अन्य पर्यावरण प्रेमियों ने भी हिस्सा लिया। जोधपुर में जनजीवन प्रभावित, सड़कें जाम शहर में निकाली गई वाहन रैली के चलते मुख्य मार्गों पर लंबा जाम लग गया। पावटा सर्किल और आसपास के इलाकों में यातायात पूरी तरह ठप हो गया। वाहनों की कतारें इतनी लंबी थीं कि लोगों को गंतव्य तक पहुंचने में घंटों लग गए। वैकल्पिक मार्गों पर भी भारी भीड़ देखी गई। इस विरोध प्रदर्शन ने शहर की रफ्तार थाम दी और आम जनता को काफी असुविधा का सामना करना पड़ा। बिश्नोई महासभा के अध्यक्ष देवेंद्र बुड़िया ने बताया कि बीकानेर की रोही में सोलर कंपनियों द्वारा खेजड़ी और अन्य पेड़ों की अंधाधुंध कटाई की जा रही है। इस कदम ने बिश्नोई समाज को आक्रोशित कर दिया है। उन्होंने कहा कि जोधपुर बंद के समर्थन में कई व्यापारी संगठनों ने अपनी दुकानें बंद रखीं। वन्यजीव और पर्यावरण संरक्षण के लिए सक्रिय बिश्नोई टाइगर फोर्स के संगठन मंत्री ओमप्रकाश लोल ने बताया कि राजस्थान सरकार से यह मांग की गई है कि खेजड़ी और रोहिड़ा जैसे पेड़ों की कटाई पर सख्त प्रतिबंध लगाया जाए। उन्होंने कहा, “राज्य और केंद्र सरकार को इस मुद्दे पर ठोस कानून बनाना चाहिए, ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं पर रोक लग सके। 36 कौमों का समर्थन बिश्नोई महासभा के नेतृत्व में हुए इस प्रदर्शन में 36 कौमों के पर्यावरण प्रेमियों ने हिस्सा लिया।प्रदर्शनकारियों का कहना है कि हरियाली और पर्यावरण संरक्षण के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। इस अभियान के तहत उन्होंने आम जनता को भी पर्यावरण के प्रति जागरूक रहने की अपील की। महासभा ने यह साफ किया है कि यदि पेड़ों की कटाई को तुरंत नहीं रोका गया तो आंदोलन और उग्र होगा। इसके तहत राज्य के अन्य शहरों में भी विरोध प्रदर्शन आयोजित किए जाएंगे।