अच्छी शुरुआत: गांवों की सरकारी व्यवस्थाओं के गहन निरीक्षण का महाअभियान
जिला कलक्टर असावा के निर्देश पर हर ग्राम पंचायत के हर कार्यालय का निरीक्षण कर रहे अधिकारी,पानी, बिजली, स्वास्थ्य, आधार, शिक्षा सहित हर व्यवस्था परख रहे ब्लॉक स्तरीय अधिकारी, खामियों को कर रहे ऑनलाइन रिपोर्ट
राजसमंद।विद्याधर वैष्णव
जिला कलक्टर बालमुकुंद असावा के निर्देश पर जिलेभर में निरीक्षणों का दौर जारी है। कलक्टर ने एक नवीन पहल करते हुए जिले की सभी 213 ग्राम पंचायतों में निरीक्षण के दौरान ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों को नियुक्त किया है। हर पंचायत के हर कार्यालय का निरीक्षण हो और एक कार्यालय भी न छूटे इसके लिए प्रभावी व्यूहरचना बनाई गई है। कलक्टर द्वारा एक आदेश जारी कर प्रत्येक ब्लॉक स्तरीय अधिकारी को दो-तीन पंचायतें निरीक्षण हेतु आवंटित की गई है, जिनमें ये अधिकारी विभिन्न पैरामीटर्स पर निरीक्षण कर रहे हैं।निरीक्षण के दौरान पाई जाने वाले कमियों की रिपोर्टिंग में कोई कोताही न हो इसके लिए कलक्टर के निर्देशन में डीओआईटी ने एक ऑनलाइन पोर्टल तैयार किया जिसमें सभी जांच करने वाले नोडल अधिकारियों जैसे विकास अधिकारी, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, सहायक अभियंता, बीसीएमओ, सीबीईओ आदि अधिकारियो को मौके से ही निरीक्षण रिपोर्ट फ़ीड करने के निर्देश दिए गए हैं। सोमवार से निरीक्षण का दौर शुरू हुआ है और गुरुवार शाम तक विभिन्न ग्राम पंचायतों में स्थित 261 कार्यालयों का निरीक्षण हो चुका है जो निरंतर जारी है।
*कार्यालयों के निरीक्षण की अब तक यह स्थिति:*
अभियान के तहत नोडल अधिकारियों ने ग्राम पंचायत में जाकर आधार सेवाएं, आंगनवाड़ी केंद्र, विद्युत सप्लाई, ई मित्र सेवाएं, जल जीवन मिशन, पीएचसी, सीएचसी, पंचायतों में काम-काज, विद्यालायो की स्थिति, वार्डों में साफ-सफाई सहित विभिन्न बिंदुओं पर निरीक्षण कर जानकारी पोर्टल पर अपडेट की। इस दौरान आमेट ब्लॉक में 39 कार्यालयों, भीम ब्लॉक में 56, देलवाड़ा ब्लॉक में 14, देवगढ़ ब्लॉक में 17, खमनोर ब्लॉक में 20, कुंभलगढ़ ब्लॉक में 22, रेलमगरा ब्लॉक में 35, राजसमंद ब्लॉक में 58 निरीक्षण हुए, इस प्रकार कुल 261 निरीक्षण हुए हैं।
कार्यालयवार निरीक्षण देखें तो अब तक 11 आधार केंद्रों, 39 आंगनवाड़ी केंद्रों, 21 विद्युत विभाग कार्यालय,39 ई मित्र कियोस्क, 9 जल जीवन मिशन कार्य, 28 चिकित्सालयों, 53 ग्राम पंचायत कार्यालयों, 61 विद्यालयों के निरीक्षण हुए हैं। निरक्षण हेतु कुल 70 ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों को नियुक्त किया गया है जिनमें से 50 अधिकारियों द्वारा ये निरीक्षण किए गए हैं। निरीक्षण में पाई जाने वाली कमियों को अधिकारियों द्वारा तुरंत मौके से ऑनलाइन रिपोर्ट किया गया है जिसकी कलक्टर द्वारा समीक्षा की जा रही है।
*पारदर्शिता और दक्षता हो रही सुनिश्चित :*
कार्यालयों के निरंतर निरीक्षण से प्रशासनिक कार्यों की पारदर्शिता और दक्षता में सुधार हो रहा है। इस पहल से यह सुनिश्चित हो रहा है कि कार्यालयों में सरकारी नीतियों और योजनाओं का सही और समयबद्ध तरीके से क्रियान्वयन हो। निरीक्षण से कर्मचारियों की जिम्मेदारी और जवाबदेही बढ़ रही है, जिससे लापरवाही की संभावनाएं कम हो रही हैं। साथ ही, आमजन को दी जा रही सेवाओं की गुणवत्ता पर भी निगरानी सुनिश्चित हो पा रही है, जिससे नागरिकों को त्वरित और प्रभावी सेवाएं मिल रही हैं। नियमित निरीक्षण समस्याओं की शीघ्र पहचान कर उनका समाधान करने में भी सहायक साबित हो रहा है, जिससे सरकारी कार्यालयों की कार्यक्षमता में वृद्धि हो रही है।
*सरकारी कार्यालयों की व्यवस्थाएं बेहतर करने को लेकर गंभीर हैं**कलक्टर:*
कलक्टर बालमुकुंद असावा सरकारी कार्यालयों की व्यवस्थाओं को सुधारने को लेकर अत्यंत गंभीर हैं। कलक्टर ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने कार्यक्षेत्र में नियमित निरीक्षण करें और इस अभियान को हल्के में न लें। उनका लक्ष्य है कि नागरिकों को सरकारी सेवाओं में कोई कठिनाई न हो और सभी प्रक्रियाएं सरल, पारदर्शी और समयबद्ध हों। इसके साथ ही उन्होंने कर्मचारियों के प्रशिक्षण और विकास पर भी जोर दिया है ताकि वे अपने कार्यों को अधिक प्रभावी ढंग से अंजाम दे सकें। कलक्टर की इस गंभीरता से प्रशासनिक कार्यों में सुधार की दिशा में सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे।