गांव सेखू के कारोबारी सरकार को लगा रहे करोड़ों का चूना।
गांव के बाद शहर से भी बिना मंडी शुल्क के कर रहे खरीद।
रामा मंडी, 4 दिसंबर, अशोक कुमार. निकटवर्ती गांव सेखू के व्यापारियों के हौंसले दिन-ब-दिन बुलंद होते जा रहे हैं और गांव में धान का व्यापार करने के लिए बिना कोई मंडी शुल्क चुकाए मार्किट कमेटी को करोड़ों रुपये का चूना लगाने के बाद अब इन व्यापारियों ने शहर में भी धावा बोल दिया है शहर से भी बिना किसी मार्केट फीस के धान खरीद रहे हैं, जिससे न सिर्फ सरकारी खजाने को करोड़ों रुपये का नुकसान हो रहा है, बल्कि दूसरी तरफ अन्य खरीददारों को भी भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।अपना नाम न छापने की शर्त पर एक खरीददार ने बताया कि इस तरह शहर में बिना लाइसेंस और मंडी शुल्क भुगतान के धान की खरीदारी करने से उन्हें व्यापारियों को भारी नुकसान हो रहा है क्योंकि इन व्यापारियों से न तो कोई मंडी शुल्क लिया जाता है और न ही कोई अन्य खर्च लिया जाता है, जिसके कारण वे अधिक कीमत पर धान खरीदते हैं और जबकि नियमों के अनुसार खरीद करने के बावजूद वे खाली हाथ बैठे रहते हैं। उन्होंने कहा कि पहले ये व्यापारी गांव तक ही सीमित थे और गांव में व्यापार कर सरकार को चूना लगा रहे थे, लेकिन अब ये व्यापारी शहर में भी आ गये हैं और उनकी रोजी-रोटी छीन रहे हैं।उन्होंने कहा कि अधिकारियों की मिलीभगत के बिना यह काम संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि इस पूरे घोटाले में डीएमओ कार्यालय से लेकर मार्किट कमेटी के स्थानीय अधिकारी शामिल हैं और वे इन व्यापारियों को यह अवैध काम करने की इजाजत दे रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री भगवंत मान और डिप्टी कमिश्नर बठिंडा से मांग की है कि गांव में व्यापारियों के गोदामों की जांच की जाए और उनके लाइसेंस आदि की जांच की जाए।