यहां बैलों को भडक़ाने की निभाई अनोखी परंपरा
भारत टाइम्स / क़ानूजा
कैलाश गुर्जर
-जोखिम भरी परम्परा में दर्जनों होते हैं चोटिल-फि र भी उत्साह के साथ करते हैं निर्वहन-ब्यावर जिले के कानूजा गांव की अनोखी परम्परा
दीपावली के दूसरे दिन देश भर में गोवर्धन पूजा होती है। इस दिन महिलाएं गौ माता का पूजन करती हैं, लेकिन एक गांव ऐसा भी है जहां बैलों को आतिशबाजी कर भडक़ाने की अनोखी परम्परा का निवर्हन किया जाता है। जोखिम भरी इस परंपरा को साकार करने के दौरान दर्जनों लोग चोटिल भी होते हैं। रायपुर उपखण्ड क्षेत्र के क़ानूजा गांव में 80 से भी अधिक वर्षोंं से परंपरा चली आ रही है। इस बार भी शुक्रवार को इस परंपरा का उत्साहपूर्वक निर्वहन किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में स्थानीय व आस-पास के गांवों के लोगों ने हिस्सा लिया
*पहले शृंगार फि र आतिशबाजी*
गांव की चौपाल पर सुबह सात बजे से ही पशुपालक अपने बैलों को लेकर पहुंचने लगते हैं। क़ानूजा सहित आस-पास के गांवों से दर्जनों बैलों को यहां लाया जाता है। बैलों का शृंगार किया जाता है। मेहंदी व लाल रंग लगाकर उन्हें निखार दिया जाता है। इसके बाद लाल व केसरिया रंग के कपड़े में नारियल, रुपए, मिठाई डाल उस कपड़े की पोटली को बैलों के सींग पर बांध दिया जाता है। इसके बाद आतिशबाजी कर बैलों को भडक़ाया जाता है।
*फिर मचती है होड़
आतिशबाजी से बैल भडक़ जाते हैं। वे चौपाल व गली मोहल्ले में दौड़ते हैं। युवाओं की टोली उन भडक़े बैलों को पकड़ सींगों ओर बंधी पोटली हासिल करने का प्रयास करते हैं। इस बीच भगदड़ में कई युवा चोटिल हो जाते हैं। इसके बावजूद वे खड़े होकर फि र से बैलों के पीछे दौड़ लगाते हैं। आयोजन में रावत समाज सहित सर्वजाति के लोग हिस्सा लेते हैं। इस भगदड़ में चोट लगने के डर से युवतियां व महिलाएं मकानों की छतों पर चढ़ इस परंपरा को निहारती हैं
इस दौरान यह रहे उपस्थित
मनोज चौहान सीआई मुख्यमंत्री सुरक्षा , टीकम सिंह सूबेदार , वकील महेंद्र सिंह चौहान , सुरेंद्र सिंह ,
रामपाल सिंह चौहान, तुलसा सिंह ,मनीष देवासी , कुलदीप सिंह मुंबई , जगदीश सिंह कैलाश सिंह,गजेंद्र सिंह, महेंद्र सिंह ओड़िया , कैलाश सिंह ,महादेव सिंह , सोनू सिंह , नरपत सिंह , परमेश्वर सिंह भीला , मांगू सिंह ,
चंद्र सिंह गोविंद सिंह भगू पोस्टर चेतन सिंह ,भूपेंद्र सिंह, मिठू लोहार, जेठ सिंह ,नितिन चौहान ,दुर्गा सिंह शेलेन्द्र सिंह , वीरेंद्र सिंह, रणजीत सिंह ,गोपाल सिंह, राजू सिंह मोहिंदर नाथ , श्रवण नाथ, सुरेंद्र जांगिड़ पवन सिंह, पूरण सिंह आदि उपस्थित रहे ।