सुरेमनपुर रेलवे स्टेशन बनेगा अत्याधुनिक: अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत हो रहा पुनर्विकास
शीतल निर्भीक ब्यूरो
वाराणसी : भारतीय रेलवे अपने प्रमुख स्टेशनों को आगामी 50 वर्षों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए तेजी से पुनर्विकसित कर रही है। ‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ के तहत सुरेमनपुर रेलवे स्टेशन का कायाकल्प हो रहा है। इस परियोजना में लगभग 17.50 करोड़ रुपये की लागत से स्टेशन को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस किया जा रहा है, जो यात्रियों के लिए सुविधाजनक साबित होगा।
सुरेमनपुर रेलवे स्टेशन, जो एनएसजी-5 श्रेणी का है, बलिया जनपद के साथ ही बिहार के सारण और भोजपुर जिलों के यात्रियों के लिए प्रमुख स्टेशन है। बलिया-छपरा रेलखंड पर स्थित इस स्टेशन से प्रतिदिन लगभग 2500 यात्री यात्रा करते हैं, और यहां से 34 एक्सप्रेस व सवारी गाड़ियां संचालित होती हैं। इस पुनर्विकास परियोजना के तहत स्टेशन के भवन को स्थानीय संस्कृति के अनुरूप एक आकर्षक स्वरूप दिया जा रहा है, जिससे यात्रियों को आधुनिक और आरामदायक माहौल मिल सके।
स्टेशन पर एक अत्याधुनिक वीआईपी लाउंज का निर्माण किया जा रहा है, जबकि पुराने वेटिंग हॉल को भी नवीनतम सुविधाओं से सुसज्जित किया जा रहा है। इसके अलावा, स्टेशन के मुख्य प्रवेश द्वार, सर्कुलेटिंग बाउंड्री वाल, पार्किंग क्षेत्र, दिव्यांग यात्रियों के लिए रैंप और टॉयलेट जैसी सुविधाओं का निर्माण किया जा रहा है। यात्रियों के आरामदायक सफर के लिए प्लेटफॉर्म का उच्चीकरण और विस्तार किया जा रहा है, साथ ही ग्रेनाइट फ्लोरिंग का काम भी तेजी से प्रगति पर है।
यात्रियों की सुविधा के लिए स्टेशन पर दो लिफ्ट लगाई जा रही हैं। इसके अलावा, सर्कुलेटिंग एरिया में फुटपाथ, पोर्च और रोड का निर्माण भी पूरा कर लिया गया है। प्लेटफार्म पर यात्रियों के बैठने के लिए पीपी शेल्टर की व्यवस्था की गई है। स्टेशन पर साइनेज, फसाड लाइटिंग, कोच गाइडेंस सिस्टम, ट्रेन डिस्प्ले बोर्ड, डिजिटल घड़ियां, सोलर प्लांट, वाटर कूलर और एयर कंडीशनर जैसी सुविधाओं का विकास किया जा रहा है।
स्टेशन के विकास कार्यों में पर्यावरण के अनुकूल सुविधाएं भी शामिल की जा रही हैं, जैसे सोलर प्लांट की स्थापना, जिससे ऊर्जा की बचत हो सकेगी। स्टेशन परिसर में जल संरक्षण के लिए वाटर कूलर और वाटर बूथ भी लगाए जा रहे हैं।
रेलवे स्टेशन के इस पुनर्विकास के बाद सुरेमनपुर स्टेशन आधुनिक सुविधाओं से पूरी तरह सुसज्जित होगा। यात्रियों को यहां प्रवेश करते ही विश्वस्तरीय सेवाओं का अनुभव मिलेगा। जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने जानकारी दी कि यह परियोजना यात्रियों के लिए विशेष रूप से उपयोगी साबित होगी और स्टेशन की क्षमताओं में वृद्धि करेगी।