विजयदशमी पर शस्त्र पूजन: ‘दुर्बल रहना अपराध, संगठित और सशक्त बनें’
♦️ भारत टाइम्स न्यूज ♦️
(शीतल निर्भीक ब्यूरो)
बलिया। जिले के बिल्थरारोड स्थित हरिकेवल प्रेक्षागृह में आज विजयदशमी के अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की नगर इकाई द्वारा शस्त्र पूजन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ स्वयंसेवक पारसनाथ जी ने की, जबकि मुख्य वक्ता के रूप में विभाग प्रचारक अम्बेश जी उपस्थित थे।
अपने उद्बोधन में अम्बेश जी ने कहा कि हिंदू समाज सनातन काल से सभी धर्मों के प्रति सहिष्णु रहा है। हम शास्त्रों को मानते हैं, लेकिन जब संकट आता है तो अपने आराध्यों से प्रेरणा लेकर शस्त्र धारण करना भी हमारे संस्कारों का हिस्सा है। उन्होंने कहा, “दुर्बल रहना अपराध है, अगर हम दुर्बल और असंगठित रहेंगे तो यह अत्याचार को निमंत्रण देने के समान है। हमें संगठित रहना चाहिए और शत्रुता से बचना चाहिए, लेकिन सशक्त रहना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए।”
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राष्ट्र साधना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि संघ पिछले 99 वर्षों से देश की सेवा में समर्पित है। संगठन का उद्देश्य न केवल सांस्कृतिक जागरूकता फैलाना है, बल्कि समाज को नैतिक और शारीरिक रूप से भी सशक्त करना है।
कार्यक्रम में प्रमुख अतिथियों के रूप में जिला कार्यवाह सतीश जी, जिला संपर्क प्रमुख डॉक्टर अमित सिंह, नगर संघचालक संजय, कार्यवाह पवन, विजय, अजय, अशोक, प्रदीप, जय शिव, अनिरुद्ध, राजेन्द्र, विवेक, राजेश, हेमंत, दुर्गेश, घनश्याम, संतोष, राम आशीष, लालबहादुर, मनोज, रंजन, सुजित, प्रवीण, जयप्रकाश, भरत, मोहित, अश्वनी, जिला प्रचारक सर्वेंद्र उपस्थित थे।
शस्त्र पूजन के माध्यम से संघ ने यह संदेश दिया कि हमें हिंसा का मार्ग नहीं अपनाना चाहिए, लेकिन अपनी रक्षा के लिए संगठित और सशक्त बने रहना आवश्यक है। कार्यक्रम में उपस्थित सभी गणमान्य नागरिकों ने शस्त्र पूजन में भाग लिया और समाज की एकता और शक्ति का संकल्प लिया।