
नारायणपुर, 11 अगस्त 2025// एक छोटा लेकिन महत्वाकांक्षी जिला नारायणपुर इन दिनों एक सकारात्मक परिवर्तन की लहर से गुजर रहा है। विकास की इस नई बयार की अगुवाई कर रही हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के दूरदर्शी नेतृत्व में जिले ने स्वास्थ्य और स्वच्छता के क्षेत्र में ऐतिहासिक कदम उठाया है।
हाल ही में जिला खनिज न्यास निधि से 66 लाख 38 हजार 750 रुपये की स्वीकृति मिली है, जो न केवल जिला प्रशासन की प्रतिबद्धता को दर्शाता है, बल्कि ग्रामीण और शहरी जनजीवन में वास्तविक बदलाव लाने का वादा भी करता है।
*स्वास्थ्य सेवाओं में नई ऊर्जा*
ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थिति को बेहतर बनाने के लिए प्राथमिक, उप और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों का कायाकल्प शुरू हो चुका है। धनोरा में आर.सी.सी. नाली, भवन उन्नयन, बाउंड्रीवाल और काऊ केचर जैसे महत्वपूर्ण निर्माण कार्यों के लिए 23 लाख रुपये से अधिक स्वीकृत किए गए हैं। धौड़ाई, ताड़ोपाल और कोरेण्डा के स्वास्थ्य केंद्रों में भवन सुधार, शौचालय, जलरोधन और पेवर ब्लॉक जैसे कार्यों पर 10 लाख रुपये से अधिक खर्च होंगे। वहीं, छोटेडोंगर और बेनूर में मरीजों और उनके परिजनों के लिए सुविधाजनक व्यवस्था जैसे शौचालय, नाली, पार्किंग शेड को बेहतर करने हेतु 17 लाख 95 हजार रुपये की स्वीकृति दी गई है। इन सभी निर्माण कार्यों की जिम्मेदारी सीईओ, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग को सौंपी गई है, ताकि गुणवत्तापूर्ण और सुलभ स्वास्थ्य सेवाएं ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुँचे।
*स्वच्छता कर्मियों को मिला नया संबल*
नगरपालिका परिषद् क्षेत्रान्तर्गत वार्डों के साथ-साथ शहर की आबादी बढ़ने के कारण सिमित स्वच्छता कर्मियों के साथ नगर में स्थित 15 वार्डों में साफ-सफाई व्यवस्था दुरूस्त करने एवं वार्डाें को स्वच्छ रखने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। साफ-सफाई की नींव पर ही एक स्वस्थ समाज खड़ा होता है। इसी सोच को साकार करते हुए, नगर के वार्डों में कार्यरत 15 स्वच्छता कर्मियों को अगस्त 2025 से मार्च 2026 तक मानदेय प्रदान करने हेतु 14 लाख 37 हजार 750 रुपये की मंजूरी दी गई है। यह न केवल उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान करेगा, बल्कि उनके मनोबल और कार्यक्षमता को भी नई ऊँचाइयाँ देगा। इस कार्य की जिम्मेदारी मुख्य नगरपालिका अधिकारी को दी गई है।
*बदलते नारायणपुर की झलक*
मुख्यमंत्री श्री साय के निर्देशन में जिला प्रशासन की इस दूरदर्शी पहल से सिर्फ भवन ही नहीं बनेंगे, बल्कि एक नया विश्वास भी आकार लेगा। मरीजों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। गाँव और शहर दोनों में स्वच्छता व्यवस्था मजबूत होगी और सफाई कर्मी स्वयं को सम्मानित और सशक्त महसूस करेंगे। यह पहल महज़ योजनाओं की सूची नहीं है, यह एक जमीनी बदलाव की कहानी है। एक ऐसा बदलाव, जो स्वस्थ और स्वच्छ नारायणपुर के सपने को हकीकत में बदलेगा।