महिलाओं का योगदान समाज और देश
के विकास में अहम- विजय लक्ष्मी गौतम
नवरात्रि डांडिया नाइट में राज्यमंत्री विजय लक्ष्मी गौतम का सम्मान
♦️ भारत टाइम्स न्यूज ♦️
शीतल निर्भीक/रंजना वर्मा ब्यूरो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में लोकप्रिय राज्यमंत्री विजय लक्ष्मी गौतम ने राजधानी के गोमती नगर स्थित हुसडिया होटल में आयोजित उत्तर प्रदेश महिला शिक्षक संघ के “नवरात्रि डांडिया नाइट” कार्यक्रम में भाग लेकर अपनी शुभकामनाएं प्रेषित की। इस खास मौके पर उन्होंने शिक्षिकाओं के समर्पण और योगदान की सराहना करते हुए कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में महिलाओं का योगदान समाज और देश के विकास में अहम भूमिका निभाता है।
कार्यक्रम में राज्यमंत्री विजय लक्ष्मी गौतम का जोरदार स्वागत किया गया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा, “शिक्षा एक ऐसा क्षेत्र है, जहां महिलाएं अपने धैर्य और सृजनात्मकता से विद्यार्थियों के समग्र विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। समाज के हर वर्ग तक शिक्षा पहुंचाने में महिला शिक्षकों का योगदान अविस्मरणीय है।” उन्होंने कहा कि योगी सरकार भी महिला सशक्तिकरण के प्रति प्रतिबद्ध है और शिक्षा के क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी को और अधिक बढ़ाने के लिए काम कर रही है।
शिक्षिकाओं की उपस्थिति और सहभागिता
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता श्रीमती सुलोचना मौर्या ने की, जबकि विशिष्ट अतिथियों में जिलाध्यक्ष शहनवाज परवीन, जिला महामंत्री श्रीमती प्रीति सेंगर, श्रीमती ज्योति सिंह, श्रीमती नीलम लता, श्रीमती संगीता यादव, श्रीमती प्रियंका सिंह, श्रीमती दिव्या त्रिवेदी, श्रीमती रश्मि, श्रीमती सीमा और श्रीमती प्रतिमा जैसे नामी शिक्षिकाएं शामिल थीं। इन सभी ने अपने अपने विचार साझा करते हुए महिला शिक्षकों के शिक्षा जगत में महत्वपूर्ण योगदान पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम में उपस्थित सभी शिक्षिकाओं ने इस सांस्कृतिक आयोजन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। डांडिया नाइट की रंगीनियों के बीच नवरात्रि के पवित्र पर्व पर सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गईं, जिसमें सभी ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
महिला सशक्तिकरण और शिक्षा का महत्व
राज्यमंत्री विजय लक्ष्मी गौतम ने कहा कि महिला शिक्षक केवल ज्ञान ही नहीं देतीं, बल्कि वे बच्चों के भविष्य को संवारने का काम भी करती हैं। “हमारी सरकार महिलाओं को हर क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयासरत है और शिक्षा के क्षेत्र में उन्हें और अधिक सशक्त बनाने का संकल्प लेकर काम कर रही है,” उन्होंने कहा।
उन्होंने यह भी कहा कि नवरात्रि जैसा पर्व, जहां नारी शक्ति का उत्सव मनाया जाता है, महिलाओं के सम्मान और सशक्तिकरण का प्रतीक है। “आप सभी महिलाएं शिक्षा के क्षेत्र में अद्वितीय योगदान दे रही हैं और इस समाज को उन्नति की ओर ले जा रही हैं,” गौतम ने कहा।
उत्सव की धूम और भविष्य की योजनाएं
कार्यक्रम के अंत में सभी ने मिलकर डांडिया नृत्य किया और एक-दूसरे को नवरात्रि की शुभकामनाएं दीं। कार्यक्रम में महिला शिक्षकों ने एकजुट होकर यह संकल्प लिया कि वे आने वाले समय में भी अपने कर्तव्यों का पालन पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ करती रहेंगी।
इस सांस्कृतिक आयोजन ने न केवल शिक्षिकाओं को सम्मानित किया, बल्कि यह संदेश भी दिया कि शिक्षा के क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी समाज के भविष्य को मजबूत करने में अति आवश्यक है।