जानरायजी मंदिर पिपलाद में भागवत कथा चुनकर श्रंदालु हुए भावविभोर
भारत टाइम्स
सोजत : बगड़ी नगर पिपलाद गांव में स्थित श्री जानरायजी मंदिर में चल रही भागवत कथा में कथा वाचक कृष्णाप्रिया पूजा दीदी ने श्री कृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन किया गया। पूजा दीदी ने कहा धनवान व्यक्ति वही है जो अपने तन, मन, धन से सेवा भक्ति करे वही आज के समय में धनवान व्यक्ति है। परमात्मा की प्राप्ति सच्चे प्रेम के द्वारा ही संभव हो सकती है। पूतना चरित्र का वर्णन करते हुए महाराज ने बताया कि पूतना राक्षसी ने बालकृष्ण को उठा लिया और स्तनपान कराने लगी। श्रीकृष्ण ने स्तनपान करते-करते ही पुतना का वध कर उसका कल्याण किया। माता यशोदा जब भगवान श्री कृष्ण को पूतना के वक्षस्थल से उठाकर लाती है उसके बाद पंचगव्य गाय के गोब, गोमूत्र से भगवान को स्नान कराती है। सभी को गौ माता की सेवा, गायत्री का जाप और गीता का पाठ अवश्य करना चाहिए। गाय की सेवा से 33 करोड़ देवी देवताओं की सेवा हो जाती है। भगवान व्रजरज का सेवन करके यह दिखला रहे हैं कि जिन भक्तों ने मुझे अपनी सारी भावनाएं व कर्म समर्पित कर रखें हैं वे मेरे कितने प्रिय हैं। भगवान स्वयं अपने भक्तों की चरणरज मुख के द्वारा हृदय में धारण करते हैं। पृथ्वी ने गाय का रूप धारण करके श्रीकृष्ण को पुकारा तब श्रीकृष्ण पृथ्वी पर आये हैं। इसलिए वह मिट्टी में नहाते, खेलते और खाते हैं। इस अवसर पर मंदिर के मुख्य पुजारी मंगला महाराज, उकडाराम, उपाध्यक्ष भगाराम सैंणचा, भगाराम सैणचा, भंवरलाल सैणचा, लुम्बाराम सैणचा, प्रकाश सैणचा एवं समस्त सैणचा भगत परिवार व ग्रामीण मौजूद रहे