कानपुर में भी संभल का असर, मुस्लिम इलाकों में सालों से बंद मंदिरों को खोलना जारी,पहुंचीं मेयर
– मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में दसकों से बंद मंदिरों का निरीक्षण करने भारी पुलिस बल के साथ पहुंची मेयर प्रमिला पांडेय ,मंदिरों से अतिक्रमण हटाने को कहा
सुनील बाजपेई
कानपुर। संभल के मंदिर मुद्दे का भारी असर संवेदनशील कानपुर में भी पड़ा है। यहां के हिंदू संगठन अब मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में सालों से बंद पड़े मंदिरों को खुलवाने और उनकी साफ सफाई करा कर पूजा पाठ की तैयारी में जुटे हैं। अब तक तीन-चार मंदिरों को खोला भी जा चुका है जबकि अन्य मंदिरों को लेकर भी कार्रवाई जारी है।
यह कार्रवाई भारी पुलिस पर की मौजूदगी भी की जा रही है। इसके लिए मेयर प्रमिला पांडेय ने भी सालों से बंद पड़े मंदिरों का निरीक्षण करके वहां से अतिक्रमण हटाने की निर्देश करने वालों को दिए हैं।
मेयर प्रमिला पांडे आज शनिवार को अचानक 7 थानों की फोर्स के साथ बेकनगंज पहुंच गईं।
जहां पर उन्होंने एक-एक करके 5 मंदिरों कौन निरीक्षण किया। जानकारी के मुताबिक इसमें से एक मंदिर के पीछे पहले बिरियानी बनती थी। यहां खुलवाए गए मंदिर में कूड़े का भारी अंबर देखकर नाराज हुई मेयर प्रमिला पांडे ने आक्रमण को तत्काल हटाने के निर्देश भी दिए ।
मेयर प्रमिला लगभग 30 मिनट तक मुस्लिम बहुल इलाके में रहीं। उनके साथ एक एडीसीपी 3 एसीपी भी मौजूद रहे। वह सबसे पहले कानपुर हिंसा के आरोपी मुख्तार बाबा द्वारा कब्जा वाले राम जानकी मंदिर पहुंचीं। हिंसा का आरोपी मुख्तार बाबा इस मंदिर के पीछे के हिस्से में बिरयानी बनवाता था।
इसके बाद मेयर ने 20 मीटर दूर गिर चुके राधा-कृष्ण मंदिर पहुंचीं। इस पर किसी का कब्जा नहीं मिला। इस पर शटर लगा था। मेयर ने इसका ताला तोड़ने का प्रयास किया। इसमें कूड़ा भरा हुआ था, मेयर ने इसे खाली करने के निर्देश दिए। बगल में मौजूद मंदिर पर कब्जे को मेयर ने खाली करने की चेतावनी दी। बताया जाता है कि मुस्लिम बहू इलाकों मेंअभी और भी कई मंदिर इसी तरह से सालों से बंद पड़े हैं ,जिनको खोजने के बाद पूजा पाठ शुरू किया जाएगा।