उगते व डूबते सूर्य की आराधना भारतीय संस्कृति का अनमोल महापर्व- शीला मिश्रा प्रिंसिपल
उगते व डूबते सूर्य की आराधना भारतीय संस्कृति का अनमोल महापर्व- शीला मिश्रा प्रिंसिपल
सेंट जेवियर्स की छात्राओं ने छठ पर्व की मनोहारी अभिनय कर भक्ती व श्रध्दा का भाव विखेरा
♦️ भारत टाइम्स ♦️
शीतल निर्भीक/रंजना वर्मा ब्यूरो
लखनऊ।उत्तर प्रदेश के बलिया की शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी विद्यालय सेंट जेवियर्स स्कूल पिपरौली बड़ागांव बिल्थरारोड में आज छठ पूजा के पावन पर्व पर एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। भारतीय संस्कृति और परंपराओं को संजोए रखने के लिए इस विद्यालय में बड़े ही भव्य रूप से यह पर्व मनाया गया। छात्राओं ने व्रती महिलाओं की वेशभूषा में छठी मैया के गीत गाते हुए सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं, जिससे विद्यालय का प्रांगण श्रद्धा और भक्ति से ओत-प्रोत हो उठा। इस कार्यक्रम के लिए एक काल्पनिक घाट का दृश्य तैयार किया गया था, जो बेहद मनोहारी था।
इस मौके पर सेंट जेवियर्स के डायरेक्टर डॉ. जे.आर. मिश्रा ने विशेष वार्ता में बताया कि छठ पर्व भारतीय संस्कृति का एक अनमोल पर्व है, जो उगते और डूबते सूर्य की पूजा के माध्यम से जीवन के चक्र और प्रकृति के प्रति आदर भाव को दर्शाता है। उन्होंने कहा “छठ पर्व हमारी संस्कृति की उस महान परंपरा का हिस्सा है, जो हमें प्रकृति के साथ सामंजस्य और जीवन में संतुलन बनाए रखने का संदेश देती है।”
इस दौरान विद्यालय की प्रिंसिपल शीला मिश्रा ने भी छठ व्रत की कठोरता इसकी आध्यात्मिकता पर प्रकाश डालते हुए कहा, “छठ व्रत में व्रती चार दिनों तक कठोर नियमों का पालन करती हैं। 36 घंटे का निर्जला उपवास रखना शारीरिक और मानसिक दोनों ही दृष्टि से चुनौतीपूर्ण है, लेकिन इसके माध्यम से व्रती संयम और शक्ति का परिचय देती हैं।” उन्होंने इसे न केवल एक धार्मिक अनुष्ठान, बल्कि अनुशासन, त्याग और भक्ति का प्रतीक भी बताया।
इस मनोहारी कार्यक्रम में सहायक प्रिंसिपल तनवीर फातिमा ने व्रतधारियों द्वारा सात्विक भोजन और संयमित जीवन शैली के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि यह इस पर्व की आध्यात्मिकता को और बढ़ाता है। उन्होंने बताया कि इस पर्व के माध्यम से मन और शरीर की शुद्धता का प्रतीक उजागर होता है। इस अवसर पर सभी ने भारतीय संस्कृति की इस अमूल्य परंपरा की महत्ता का अनुभव किया। छात्राओं के नृत्य और गीतों ने पूरे आयोजन में चार चाँद लगा दिए।
कार्यक्रम के अंत में डायरेक्टर डॉ. जे.आर. मिश्र, प्रिंसिपल शीला मिश्रा और सहायक प्रिंसिपल तनवीर फातिमा ने सभी छात्रों, अभिभावकों और देशवासियों को छठ पर्व की शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। इस तरह, सेंट जेवियर्स में आयोजित इस कार्यक्रम ने छठ पर्व की गहराई और भारतीय परंपराओं की महत्ता को सभी के सामने एक यादगार अनुभव के रूप में प्रस्तुत किया।जो शिक्षा के मंदिरों में यह एक अनोखी पहल है।