लेखपाल के विवादित रिपोर्ट पर उठे सवाल! रिश्वत के बूते काम करता है लेखपाल, ग्रामीणों में नाराज़गी
♦️ भारत टाइम्स न्यूज ♦️
बलिया। जिले के सिकंदरपुर तहसील के ग्राम सभा जमालपुर 2 के लेखपाल शशांक मिश्रा की कार्यशैली पर गहराते सवालों से ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया है। ग्रामीणों का आरोप है कि लेखपाल ने एक ही मामले में दो बार विवादित रिपोर्ट जारी की है, जो अन्यायपूर्ण और अनुचित मानी जा रही है।
तीन वर्षों से जमे हुए लेखपाल पर रिश्वतखोरी का आरोप
ग्राम सभा में पिछले तीन साल से कार्यरत लेखपाल शशांक मिश्रा पर लगातार रिश्वत लेने के आरोप लगते रहे हैं। जमालपुर की निवासी निशु सिंह ने आरोप लगाया है कि एक साधारण रिपोर्ट के लिए उनसे कई बार घूस मांगी गई थी। निशु का कहना है कि जब उन्होंने रिश्वत नहीं दी, तो लेखपाल ने उनके खिलाफ जानबूझकर पक्षपाती रिपोर्ट तैयार कर दी, जिससे न्याय पाने में बाधा उत्पन्न हुई है।
बलवंत सिंह का भी आरोप
ग्राम सभा के एक अन्य फरियादी
बलवंत सिंह हुसैनपुर निवासी ने भी लेखपाल पर रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है। बलवंत का आवेदन पत्र तहसील में दर्ज है, जिसमें उन्होंने शिकायत की है कि रिपोर्ट बनाने के लिए उनसे अवैध रूप से पैसा मांगा गया था। ग्रामीणों का कहना है कि इस तरह की भ्रष्टाचार प्रवृत्ति से उनके लिए न्याय पाना मुश्किल हो रहा है, और ऐसे कर्मचारियों पर कार्रवाई की सख्त जरूरत है।
न्याय संगत सरकार से कार्रवाई की उम्मीद
ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से अपील की है कि इस मामले में उचित जांच हो और सख्त कार्रवाई की जाए। निशु सिंह का कहना है कि न्याय संगत सरकार से यह आशा है कि ऐसे भ्रष्टाचार के मामलों पर अंकुश लगाया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों से आग्रह किया है कि लेखपाल के खिलाफ तत्काल कार्रवाई हो ताकि ग्रामीणों का भरोसा न्याय व्यवस्था पर बना रहे।
ग्रामीणों की मांग पर प्रशासन का ध्यान
ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन को इस मामले में संज्ञान लेकर लेखपाल की भ्रष्टाचारपूर्ण गतिविधियों पर कड़ी नजर रखनी चाहिए। ग्रामीणों को उम्मीद है कि इस शिकायत से प्रशासन सक्रिय होकर इस मुद्दे का समाधान करेगा, जिससे भविष्य में किसी को ऐसी समस्याओं का सामना न करना पड़े।
इस दौरान फरियादी निशु सिंह, पत्नी जय प्रताप सिंह, ग्राम जमालपुर 2,तहसील सिकंदरपुर , जिला बलिया, कहती हैं कि जब तक भ्रष्टाचार में लिप्त कर्मचारियों पर सख्त कदम नहीं उठाए जाएंगे, ग्रामीणों के लिए न्याय पाना असंभव बना रहेगा।