डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन सम्मान से नवाजी गई बलिया की शिक्षिका अंजली तोमर, नवाचार से रचा इतिहास
डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन सम्मान से नवाजी गई बलिया की शिक्षिका अंजली तोमर, नवाचार से रचा इतिहास
♦️ भारत टाइम्स न्यूज ♦️
(शीतल निर्भीक ब्यूरो)
लखनऊ। अंतरराष्ट्रीय शिक्षक दिवस के अवसर पर बागपत जिले के बड़ौत में आयोजित राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान समारोह में बलिया की बेटी अंजली तोमर को डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन सम्मान से सम्मानित किया गया। चौधरी केहर सिंह एजुकेशन ट्रस्ट द्वारा आयोजित इस भव्य समारोह में देशभर के 101 शिक्षकों को उनकी उत्कृष्ट सेवा और नवाचारों के लिए पुरस्कृत किया गया। अंजली तोमर, जो बलिया के प्राथमिक विद्यालय अलावलपुर हनुमानगंज में सहायक अध्यापक के पद पर कार्यरत हैं, ने अपने अनूठे शिक्षण विधियों से पूरे जनपद में एक मिसाल कायम की है।
इस महत्वपूर्ण अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में सांसद डॉ. राजकुमार सांगवान, बड़ौत के चेयरमैन और बागपत के एसडीएम मौजूद थे। अंजली तोमर का सम्मान केवल उनके व्यक्तिगत योगदान का प्रमाण नहीं है, बल्कि यह बलिया के शिक्षा जगत के लिए भी गर्व का क्षण है। अपनी इस उपलब्धि पर अंजली ने कहा, “यह सम्मान मेरे लिए सिर्फ एक व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं, बल्कि एक नई जिम्मेदारी है। यह मुझे अपने छात्रों को और बेहतर शिक्षा देने की प्रेरणा देता है, और मैं इस पुरस्कार को अपने विद्यालय के बच्चों को समर्पित करती हूं, जिन्होंने मुझे हर दिन बेहतर बनने की प्रेरणा दी।”
अंजली की शिक्षण पद्धतियों में नवाचार और नई तकनीकों का उपयोग उनकी सफलता का प्रमुख कारण है। वह न केवल अपने छात्रों के लिए एक आदर्श हैं, बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में नवाचारों को लागू करके छात्रों को मुख्यधारा से जोड़ने का काम कर रही हैं। उन्होंने कहा, “मुझे अपने छात्रों के साथ जो आनंद और संतोष मिलता है, वह अवर्णनीय है। शिक्षक होने का अर्थ केवल पढ़ाना नहीं है, बल्कि बच्चों को जीवन के लिए तैयार करना भी है।”
अंजली तोमर के इस सम्मान से बलिया के बेसिक शिक्षा विभाग में हर्ष की लहर दौड़ गई है। विभाग के अधिकारी और शिक्षकों ने अंजली को बधाई देते हुए कहा कि यह उपलब्धि बलिया के शिक्षा क्षेत्र के लिए एक प्रेरणा है। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने अंजली के नवाचारों की सराहना करते हुए कहा, “उनका योगदान हमारे पूरे जिले के लिए गर्व की बात है। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में जो नए प्रयोग किए हैं, वह प्रशंसनीय हैं।”
अंजली के इस सम्मान से प्राथमिक विद्यालय अलावलपुर हनुमानगंज को भी विशेष पहचान मिली है। अंजली का मानना है कि शिक्षा का क्षेत्र निरंतर विकास और नवाचार की मांग करता है, और एक शिक्षक का दायित्व है कि वह बच्चों की हर संभव तरीके से मदद करे। अंजली ने अपने शिक्षण में तकनीकी नवाचारों को शामिल किया है, जिससे छात्रों की सीखने की प्रक्रिया में नयापन और रुचि का संचार हुआ है।
बलिया के शिक्षकों और छात्रों के लिए यह सम्मान किसी प्रेरणा से कम नहीं है। सभी ने अंजली तोमर के उज्ज्वल भविष्य की कामना की और उम्मीद जताई कि वह भविष्य में भी इसी प्रकार शिक्षा के क्षेत्र में नए मानदंड स्थापित करती रहेंगी।