*प्रकृति है तो हम हैं,
प्रकृति ही प्राण है,
प्रकृति है तो जीवन है*
(हरिप्रसाद शर्मा) पुष्कर/ अजमेर/ स्थानीय गायत्री शक्तिपीठ कन्या महाविद्यालय शनिवार को राष्ट्रीय सेवा योजना के तृतीय दिवस का आयोजन किया गया। प्राचार्य डॉक्टर सुरेश वैष्णव ने गायत्री मंत्रोच्चारण के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया ।महाविद्यालय में भजन , काव्य पाठ और भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया ।भजन प्रस्तुति में प्रथम स्थान प्रथम वर्ष की छात्रा प्रिया तथा संजू ने प्राप्त किया ।भाषण प्रतियोगिता में प्रथम स्थान अंजू कोली ने व द्वितीय स्थान बिना माली ने प्राप्त किया । प्रथम वर्ष की छात्रा उन्नति नाथ ने प्रकृति है तो हम हैं
प्रकृति ही प्राण है
प्रकृति है तो जीवन है
प्रकृति ही जीवन का आधार है। ।इस विषय पर कविता पाठ की सुंदर प्रस्तुति दी । कार्यक्रम अधिकारी विजयलक्ष्मी के साथ सभी स्वयंसेविकाओ ने पुष्कर में रैली निकाली जिसका मुख्य विषय था प्रकृति ही जीवन है, प्रकृति के बिना जीवन की कल्पना असंभव हे। अंत मे।प्राचार्य तथा सभी स्टाफ सदस्यों और स्वयं सेविकाओं ने पंचतत्व में विलीन हुए पूर्व प्रधानमंत्री श्री मनमोहन सिंह जी के लिए मोन् धारण कर आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की ओर शांति पाठ किया।