बलिया में बीमा के नाम पर ठगी करने वाले दो शातिर गिरफ्तार, पुलिस ने बरामद किए 6 मोबाइल और डेबिट कार्ड
♦️ भारत टाइम्स न्यूज ♦️
शीतल निर्भीक/रंजना वर्मा ब्यूरो
लखनऊ।उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में ठगी का एक बड़ा मामला सामने आया है, जहां बीमा एजेंट बनकर लोगों को धोखा देने वाले दो शातिर अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इन अपराधियों ने बीमा की राशि और कमीशन लौटाने का झांसा देकर लोगों से ठगी की, लेकिन अंततः पुलिस के शिकंजे में आ गए।
मिली जानकारी के अनुसार यूपी के बलिया जनपद की थाना सहतवार क्षेत्र में एक व्यक्ति ने शिकायत दर्ज कराई कि जनवरी 2015 से उसे अलग-अलग विभागों जैसे IGMS, IRDA, बीमा लोकपाल और अन्य वित्तीय संस्थाओं के नाम पर फोन कॉल आने लगे। इन कॉल्स में बीमा पॉलिसी का कमीशन खाते में वापस करने का वादा किया गया, और विभिन्न फर्जी दस्तावेज़ भेजे गए। शुरुआत में शिकायतकर्ता को लगा कि वह एक वैध प्रक्रिया का हिस्सा है, लेकिन लगातार पैसे मांगे जाने पर उसे ठगी का शक हुआ। जब दस्तावेजों की पुष्टि की गई तो वे सभी कूटरचित और नकली पाए गए।
बताया जाता है कि थाना सहतवार पुलिस ने इस शिकायत पर तुरंत कार्रवाई करते हुए मुकदमा दर्ज किया और अपराधियों की तलाश शुरू की। ASP बलिया के निर्देशन में गठित टीम ने मुखबिर की सूचना के आधार पर आरोपियों की पहचान कर ली। आज सुबह करीब 11:05 बजे, पुलिस ने सहतवार क्षेत्र के यूनियन बैंक के पास छापा मारकर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए आरोपियों की पहचान राजू उर्फ राज कुमार सरकार (गाजियाबाद) और सत्यम तिवारी (गौतमबुद्ध नगर) के रूप में हुई है। आरोपियों के पास से 6 मोबाइल फोन और 1 डेबिट कार्ड बरामद किया गया है, जिनका उपयोग वे ठगी में करते थे।
इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ के दौरान बताया कि वे LIC कराने वाले लोगों का डेटा जुटाकर उन तक पहुंचते थे। ये लोग बीमा पॉलिसी का कमीशन उपभोक्ताओं को सीधे लौटाने का झांसा देते थे। अलग-अलग पॉलिसी धारकों के नाम से खाते खुलवाकर उनका ATM या डेबिट कार्ड मंगाते थे और उसी के जरिए ठगी को अंजाम देते थे।
गिरफ्तार दोनों अभियुक्तों पर IPC की धारा 406, 420, 467, 468, और 471 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। 6 मोबाइल फोन.1 डेबिट कार्ड भी बरामद हुई हैं।
बलिया पुलिस की इस कार्रवाई से ठगी के शिकार लोगों में आशा की किरण जगी है। पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे किसी भी तरह की फर्जी कॉल्स और संदिग्ध दस्तावेजों पर भरोसा न करें और ठगी के किसी भी प्रयास की सूचना तुरंत पुलिस को दें।