प्रेम रावत ने जे.के. रोलिंग का बुक रिडिंग रिकॉर्ड में तोड़े सारे रिकॉर्ड
नया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का दावा , एक लाख 33 हजार से ज्यादा श्रोता रहे मौके पर मौजूद
भारत टाइम्स
मिर्जापुर: रविवार को अंतर्राष्ट्रीय लेखक प्रेम रावत और भारतीय लेखक विपुल रिखी ने एक साथ सबसे बड़े ‘एक से अधिक लेखक पुस्तक वाचन’ का नया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। मिर्जापुर, उत्तर प्रदेश में राज विद्या केंद्र द्वारा आयोजित इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में 1,33,234 लोगों की विशाल समूह को संबोधित किया। यह संख्या जे.के. रोलिंग और कनाडा के दो लेखकों द्वारा वर्ष 2000 में बनाए गए 20,264 लोगों के पिछले रिकॉर्ड से लगभग 1,13,000 अधिक है। प्रेम रावत, जो न्यूयॉर्क टाइम्स के बेस्टसेलिंग लेखक हैं और “स्वयं की आवाज ” जैसी चर्चित पुस्तक लिख चुके हैं, ने अपनी नई पुस्तक “श्वास : जीवन के प्रति जागरुक हों ” के अंश पढ़े। यह पुस्तक अंग्रेजी में पैन मैकमिलन और (हिंदी में हार्पर कॉलिन्स) इंडिया द्वारा प्रकाशित की गई है। उन्होंनें अपनी पुस्तक से पढ़ कर सुनाया किः “श्वास आपके अंदर आती है और आप जीवित रहते हैं। जो शक्ति पूरे ब्रह्मांड में व्याप्त है, वही श्वास के रूप में आपके अंदर आती है और आपको जीवन देती है। जो अविनाशी है, अनंत है उसको महसूस करें। और जब आप उससे जुड़ जातें हैं, उस पल यह श्वास अनंत हो जाती है। अंदर की ओर मुड़िए, इस श्वास को महसूस कीजिए। यही सबसे अविश्वसनीय चमत्कार है। जिस आनंद को आप खोज रहे हैं, वह बाहर नहीं, बल्कि आपके अंदर मौजूद है। इस आयोजन में विपुल रिखी ने भी अपनी पुस्तक (ड्रंक ऑन लव) : कबीर की रचनाओं की काव्यात्मक व्याख्या”, के अंश पढ़े। यह पुस्तक भी हार्पर कॉलिन्स इंडिया द्वारा प्रकाशित की गई है। उन्होंने कबीर के इस दोहे का अनुवाद सुनाया। ‘स्वांस स्वांस में नाम ले विरथा स्वांस मत खोये, ना जाने इस स्वांस का फिर आवन होये ना होये’ हर साँस में उसके नाम को याद करो, एक भी साँस व्यर्थ न जाने दो। कौन जानता है कि अगला पल आएगा या नहीं, अगली साँस मिलेगी या नहीं। यह प्रेम रावत का तीसरा गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड है। इससे पहले, उन्होंने 2023 में दो रिकॉर्ड बनाए थे – ‘एक लेखक पुस्तक वाचन’ में सबसे बड़ी दर्शक संख्या, जिसमें 1,14,704 लोग शामिल हुए थे, और सबसे बड़े ‘व्याख्यान (लेक्चर)’ में भाग लेने वाली दर्शक संख्या, जिसमें 3,75,603 लोग उपस्थित थे। यह नया रिकॉर्ड उनकी प्रेरणादायक शांति और आशा के संदेश की विश्वविख्यात लोकप्रिय को दर्शाता है। जिससे भारत ओर दुनिया भर में लाखों लोग प्रभावित हो रहे है। इस ऐतिहासिक आयोजन की इतनी बड़ी शानदार प्रतिक्रिया देकर हम बेहद उत्साहित है। राज विद्या केंद्र और अंतरराष्ट्रीय संगठन ” वर्ल्ड्स ऑफ पीस ग्लोबल के प्रवक्ता लोहित शर्मा ने कहा । यह कार्यक्रम दर्शाता है कि प्रेम रावत का संदेश लोंगो को शांति की ओर प्रेरित करने में कितना प्रभावशाली है जो आज की दुनिया के लिए बहुत जरूरी है। प्रेम रावत 1970 के दशक में एक बाल प्रतिभा और युवा आइकान के रूप में शुरूआत करने वाले और बाद में शांति दूत एवं नूयाॅक टाइम्स के बेस्टसेलिंग लेखक व गिनीज वल्ड रिकॉर्ड धारक बने। उन्होंने लाखों लोगों को प्रेरणा स्पष्टता, और जीवन की गहरी समझ दी है। मात्र 4 वर्ष की उम्र में उनका पहला भाषण प्रकाशित हुआ था। प्रेम रावत अमेरिका में रहते है लेकिन वर्ष में 9 महीने अंतर्राष्ट्रीय यात्रा करते है, जहां वे लोगो को आतंरिक शांति का अनुभव करने की दिशा में प्रेरित करते है। प्रेम रावत न्यूयॉर्क टाइम्स के बेस्टसेलिंग लेखक है और उनकी चर्चित पुस्तक ” स्वय की आवाज” दुनिया भर में लोकप्रिय रही है। उनके व्याख्यानों पर आधारित “पीस एजुकेशन प्रोग्राम ” को 87 देशों में दिखाया जा रहा है। उन्होंने दो गिनीज वल्र्ड रिकार्ड बनायें है सबसे बड़े “एक लेखक पुस्तक वाचन ” में 1,14,704 लोगो की उपस्थिति और सबसे बड़े व्याख्यान (लेक्चर) में 3, 75,603 लोगों की भागेदारी। उनकी नई पुस्तक ” श्वास: जीवन के प्रति जागरुक हों” जो पैन मैकमिलन द्वारा अंग्रेजी में और हार्पर इंडिया द्वारा हिन्दी में प्रकाशित की गई है।हाल ही में रिकॉर्ड-ब्रेकिंग कार्यक्रम में पढ़ी गई है। केवल एक वक्ता या लेखक ही नहीं, बल्कि एक आविष्कार,संगीतकार, कलाकार फोटोग्राफर और कुशल जेट व हेलीकॉप्टर पायलट भी है। जिनके पास 15,000 घंटे के उड़ान समय का अनुभव है। वे विवाहित है और उनके चार बच्चे और चार पोते -पोतियां है। विपुल रिखी एक लेखक गायन , कवि कथाकार और अनुवादक है जो पिछले 10 वर्षो से कबीर और अन्य भक्ति सूफि कवियों की मौखिक परंपराओं से गहराई से जुड़े हुए है। उनकी हाल ही में प्रकाशित पुस्तक काफी चर्चित रही है। उनकी” ड्रंक ऑन लव” जो कबीर की कविताओं पर आधारित है, हार्पर काॅलिन्स इंडिया द्वारा प्रकाशित की गई है। इस पुस्तक को गिनीज वर्ल्ड वर्ल्ड रिकॉर्ड कार्यक्रम में प्रेम रावत के साथ पढ़ा गया।