जोधपुर में पुलिस की नशे की तस्करी को खत्म करने की मुहिम
जोधपुर अरुण माथुर । जोधपुर के पश्चिम जिले की पुलिस इन दिनों नशे की तस्करी के मुख्य सप्लायर से लेकर लोकल सप्लायरों को खत्म करने के लिए विशेष अभियान ‘मिशन संकल्प’ चला रही है। इस अभियान के तहत पुलिस ने करीब एक माह में 27 एनडीपीएस एक्ट की कार्रवाई करते हुए लगभग 2 करोड रुपए की कीमत का मादक पदार्थ बरामद किया है। खास बात यह है कि पुलिस अब मुख्य सप्लायरों के अलावा लोकल नेटवर्क को पूरी तरह से खत्म करने में जुटी हुई है जिससे की मुख्य सप्लायरों को मादक पदार्थ बिक्री के लिए सप्लायर ही नहीं मिले। इन्हीं कार्रवाई को लेकर डीसीपी वेस्ट राज ऋषि राज वर्मा ने जानकारी दी। डीसीपी ने बताया कि मादक पदार्थ तस्करी को रोकने के लिए पश्चिम जिले में हमने करीब एक माह में 27 मामले दर्ज किए हैं। शहर को को नशा मुक्त करने की दिशा में 2 दिसंबर को हमने ड़ मिशन संकल्प लॉन्च किया था। इसी अभियान के तहत ये कार्रवाई की गई है। इसमें भारी मात्रा में डोडा, एमडी, गांजा बरामद किए गए हैं। पूरा प्रयास यही है कि पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ ब्रा कर सप्लाई चैन के नेटवर्क को ध्वस्त करना है। जिससे कि मादक पदार्थ के मुख्य सरगनाओं को बेचने के लिए सप्लायर ही नहीं मिले।डीसीपी ने बताया कि सप्लाई चैन को तोड़ने । के लिए हमने अलग अलग स्पेशल टीम जिला स्तर पर बनाई गई हैं। जिनका मुख्य काम स्कूल, कॉलेज के आस पास दूध, चाय, पान की दुकानों के आसपास जो इनकी आड़ में नशा बेच रहे हैं उन पर निगरानी रखना है। ऐसे लोगों की एक योजनाबद तरीके से सूची बनाई गई है। जिन पर निगरानी रखी जा रही है। जो भी अवैध कार्यों में लिप्त होगा उसपर कार्रवाई की जाएगी। शहर को नशामुक्त बनाना हमारा लक्ष्य है। इसमें कई अन्य एजेंसियों का भी सहयोग किया जा रहा है। नशा बेचने की शिकायतें आ रही थींः नशा मुक्त शहर बनाने के लिए पुलिस ने वॉट्सऐप हेल्पलाइन नंबर भी लॉन्च किया है। जिस पर स्कूल कॉलेज के आसपास नशा बेचने वालों को लेकर शिकायतें भी आई है। इसके आधार पर भी पुलिस ने कार्रवाई की है। 4 मामले व्हाट्सएप पर मिली शिकायतों के आधार पर की गई है। मैं शहर के लोगों से भी अपील करना चाहूंगा कि आप लोग वॉट्सऐप हेल्पलाइन के माध्यम से भी नशे की बिक्री के संबंध में सूचना दे सकते हैं सूचना देने वाले का नाम गोपनीय रखा जाएगा। अब तक की कार्रवाई में सामने आया कि अलग अलग ड्रग का अलग अलग एरिया है। जिसमें गांजे की सप्लाई झारखंड, नॉर्थ ईस्ट से सामने आ रही है। जबकि रूठ, अफीम की बिक्री पश्चिमी राजस्थान के कुछ जिलों से आ रही है। शहर को नशा मुक्त बनाने के लिए स्कूल कॉलेज में भी जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने शहरवासियों को संदेश देते हुए कहा कि आपके एरिया में यदि कोई भी नशा बेच रहा है तो हमारे व्हाट्सएप हेल्पलाइन नंबर 8764519202 पर सूचित करें। सूचना देने वालों का नाम गोपनीय रखा जाएगा। मेडिकल स्टोर पर भी हुई कार्रवाई मेडिकल स्टोर की दुकानों को भी चिन्हित किया है। जिसमें 8 दुकानों को लेकर असिस्टेंट ड्रग कंट्रोलर को बताया गया था। जिसमें 3 मेडिकल दुकानों का लाइसेंस भी निरस्त करवाया गया है। अब तक की कार्रवाई की बात की जाए तो मिशन संकल्प पर तहत वेस्ट जिले के पुलिस थानों ने 27 मामले दर्ज कर 28 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से 542 ग्राम एमडी, 19 ग्राम स्मैक, 34 किलोग्राम गांजा और 188 किलोग्राम अवैध डोडा पोस्त बरामद किया गया। इसके अलावा 2 किलो 820 ग्राम अवैध अफीम का दूध भी बरामद किया गया। जिसकी अनुमानित अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 1 करोड़ 90 लाख रुपए बताई जा रही है। खास बात यह है कि यह नशा ढाबा, थडियों पर बेचा जा रहा था।