16 साल बाद हैंडीक्राफ्ट एक्सपो लौटेगा जोधपुर, डोमेस्टिक मार्केट पर फोकस
जोधपुर अरुण माथुर हैडीक्राफ्ट सेक्टर के लिए एक अच्छी खबर है। करीब 16 साल बाद जोधपुर में फिर से हैंडीक्राफ्ट एक्सपो होने जा रहा है। एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल फॉर हैंडीक्राफ्ट्स ने इसकी घोषणा की है। यह एक्सपो 23 से 26 जनवरी तक बोरानाडा ट्रेड फैसिलिटेशन सेंटर में आयोजित किया जाएगा। इससे पहले 2009 में अंतिम बार इस प्रकार का आयोजन हुआ था। यह अनोखा आयोजन जोधपुर सहित देश के अन्य हिस्सों के निर्माताओं के उत्पादों का प्रदर्शन करेगा। यह एक्सपो ईपीसीएच के नोएडा में होने वाले फेयर का ही एक रूप होगा, लेकिन इसमें ज्यादातर डोमेस्टिक मार्केट पर फोकस किया जाएगा। यह एक बी 2 सी और बी2बी दोनों प्रावधान को बढ़ावा देगा। मेले में खुदरा खरीदारों के साथ-साथ होटल मालिकों, वास्तुकारों, डिजाइनरों, ई-टेलर्स और अन्य कई प्रमुख हस्तियां भी आएंगी। चार दिवसीय इस आयोजन में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ-साथ विविध प्रकार के व्यंजन और खाद्य सामग्री भी उपलब्ध होंगी। इस एक्सपो के लिए तैयारी शुरू हो चुकी है। इसमें जोधपुर व पूरे देश के 100 से ज्यादा एग्जीबिटर्स आएंगे। साथ ही हजारों की संख्या में हैंडीक्राफ्ट से जुड़े लोग शामिल होंगे। इससे जोधपुर नया हैडीक्राफ्ट मार्केट के रूप में उभर सकता है। ईपीसीएच के महानिदेशक डॉ. राकेश कुमार ने कहा चार दिवसीय यह आयोजन कारीगरों, निर्माताओं और आगंतुकों को सार्थक संवाद का एक मजबूत मंच प्रदान करेगा। अपने नेटवर्क को मजबूत करने और नए विपणन मार्ग तलाशने का अवसर देगा। पूरे देश से एक्सपोर्ट होने वाले हैंडीक्राफ्ट फर्नीचर का 40 प्रतिशत जोधपुर में तैयार होता है। यहां छोटे-बड़े 1500 से ज्यादा हस्तशिल्पी व एक्सपोर्टर हैं। ईपीसीएच के उपाध्यक्ष नीरज खन्ना ने कहा कि यह एक्सपो हस्तशिल्प क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देने और विकास को प्रोत्साहित करने वाला होगा। उपाध्यक्ष सागर मेहता ने कहा कि यह केवल एक प्रदर्शनी नहीं है, बल्कि जोधपुर के कारीगरों की लगन और कलात्मकता का उत्सव है।