अरावली जिले में ‘विश्व ध्यान दिवस’ के तहत शिविर आयोजित किया गया
गुजरात राज्य योग बोर्ड और विपश्यना केंद्र की संयुक्त पहल के तहत अरावली जिले के मोडासा में एक योग शिविर आयोजित किया गया।
भारत टाइम्स/भरतसिंह,आर,ठाकोर अरवली, गुजरात
संयुक्त राष्ट्र द्वारा 21 दिसंबर को ‘विश्व ध्यान दिवस’ घोषित किया गया है। इस पहल के तहत, गुजरात राज्य योग बोर्ड और स्थानीय योग सहित विभिन्न संगठनों के सहयोग से राज्य भर में 40 स्थानों पर ध्यान शिविर आयोजित किए गए। गुजरात राज्य योग बोर्ड एवं विपश्यना केंद्र के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित ध्यान शिविर में कस्बे के ध्यान साधकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
योग और ध्यान के अभ्यास से मन एकाग्र होता है और लक्ष्य की प्राप्ति होती है। ध्यान और योग भारतीय संस्कृति के प्राचीन मोती हैं जिन्होंने अनादि काल से शांति, आत्म-संतुलन और मानसिक समृद्धि का मार्ग दिखाया है। उपनिषद, भगवद गीता और पतंजलि सूत्र जैसे ग्रंथ ध्यान और योग की महानता का उदाहरण देते हैं।
संपूर्ण विश्व के लिए भारतीय योग और ध्यान अपनी वर्तमान स्थिति में मानव जाति के लिए आशा की एक नई दिशा का प्रतिनिधित्व करता है। 21 दिसंबर का दिन ध्यान के लिए विशेष महत्व रखता है। सर्दियों की सबसे लंबी रात ध्यान के लिए सर्वोत्तम मानी जाती है क्योंकि इस दौरान मन और शरीर ऊर्जा बहाल करने के लिए आराम पर होते हैं।
कार्यक्रम के आरंभ में योग एवं ध्यान प्रशिक्षकों को पुष्प देकर सम्मानित किया गया। शहर के योग और ध्यान साधकों ने शिविर में भाग लिया और ध्यान केंद्रित करने के अवसर का लाभ उठाया।