सूइया पोषण मेले के तहत विशाल शोभा यात्रा में चौहटन के पवित्र छरणो के जल छिड़काव कर कस्बे का किया शुद्धिकरण
गैर भी रही आकर्षण का केंद्र
चोहटन/ डूंगर राठी की रिपोर्ट
चौहटन में सूंईंया पोषण मेले को लेकर शुक्रवार को भव्य एवं विशाल जल कलश शोभायात्रा निकली गई।
सिर पर कलश धारण किए सैकड़ों बालिकाएं एवं महिलाएं जल कलश शोभायात्रा में शिरकत की।
वहीं सुसज्जित रथ, साधु संतों का काफिला, दर्जनों झांकियां एवं हजारों श्रद्धालुओं से शोभायात्रा की भव्यता के चार चांद लग रही थी।
डूंगरपुरी महाराज, सूंईंया एवं कपालेश्वर महादेव के जयकारों से गूंजेगा चौहटन कस्बे का वातावरण गूंज उठा।
जल कलश शोभायात्रा के माध्यम से कस्बे में सूंईंया झरने के पवित्र जल से कस्बे में जल छिड़काव कर कस्बे को पवित्र किया गया।
शोभा यात्रा में हर चौराहे पर सनावड़ा की गैर ने अपने कर्तव्य ध्वनि तथा ढोल की चाप पर नृत्य भी आकर्षण का मुख्य केंद्र रहा।
उपखंड प्रशासन एवं मठ प्रबंधन समिति के सानिध्य में विभिन्न कमेटियां गठित कर मेला के सफल आयोजन के लिए व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई।
महंत जगदीशपुरी ने बताया कि इस बार का सूंईंया मेला अब तक आयोजित मेलों में सफल आयोजनों के लिए यादगार रहेगा।
इस शोभा यात्रा के तहत डूंगरपुर मढ से रवाना होकर पुलिस थाना गली, जगदंबा चौक, गायत्री चौक, पुराना बाजार, शहीद भगत सिंह सर्किल, जिला अस्पताल, तहसील परिसर, पंचायत समिति कार्यालय, विरात्रा सर्कल से पुन मुख्य बाजार, पीपली चौक, बाखासर बस स्टेशन, कमठा मजदूर यूनियन से होते हुए मेला मैदान हाट बाजार परिसर से गुजरते हुए पुनः मठ परिसर में विसर्जित हुई।
मेले में मुख्य आकर्षण आदर्श विद्या मंदिर द्वारा सजितदपांच झांकियां रही।
कस्बे के लोगों ने इस शोभा यात्रा में जगह-जगह पुष्प वर्षा से साधु संतों की इस कलश यात्रा का स्वागत एवं अभिनंदन किया।
चौहटन में गुरुवार को ध्वजारोहण के साथ शुरू हुए सूंईंया पोषण मेला 29 तथा 30 दिसंबर को अपने पूरे योवन पर होगा।
मेले को सफल आयोजन के लिए उपखंड अधिकारी कुसुम लता चौहान ने कमान संभाले हूए है।
इस शोभा यात्रा में महंत जगदीश पुरी, लीलसर मठके में मोटनाथ, जिला परिषद से रूपसिंह राठोड़, विरात्रा माता ट्रस्ट के अध्यक्ष भेरूसिंह, ट्रस्टी छतर सिंह राठौड़,हीरालाल धारीवाल, गजे सिंह, ईसाराम दर्जी, रमेश धारीवाल, जेताराम केरनाडा, खेतसिंह लालाराम सियाग ने अपनी संदर्भ सेवा दी।