अरावली जिला वाल्मिकी समाज चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से पुस्तक वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया
भारत टाइम्स/भरतसिंह,आर,ठाकोर अरवली, गुजरात
मोडासा चार रास्ता स्थित गुजराती स्कूल नंबर-1 के 200 छात्र और कक्षा 6 से 8 तक पढ़ने वाले इंग्लिश मीडियम स्कूल के 25 छात्र, सभी वर्गों और सभी धर्मों के छात्रों के लिए, वाल्मिकी समाज चैरिटेबल ट्रस्ट के छात्र बिना किसी भेदभाव के, वाल्मिकी समाज चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रत्येक छात्र के लिए फ़ूल स्कैफ़ोल्ड ट्रस्ट के नाम से प्रति व्यक्ति पाँच पुस्तकें निःशुल्क दी गईं।
उक्त पुस्तक वितरण कार्यक्रम विद्यालय की प्रार्थना सभा समाप्ति के पश्चात प्रातः 10.45 बजे दिया गया।
जिसमें विश्व हिंदू परिषद के अरवल्ली जिला अध्यक्ष श्रीसंजय भावसार, समाज सेवक और जीव दया प्रेमी श्रीनीलेश जोशी, जय भीम समाज सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष अमरतभाई परमार, मंत्री अनिल परमार, उपाध्यक्ष आनंदभाई परमार, कोषाध्यक्ष राजेश वनकर, वाल्मिकी समाज चैरिटेबल ट्रस्ट की अध्यक्ष पूनम एल. सोलंकी, उपाध्यक्ष दिनेश तलाटी, अध्यक्ष श्री नारायणभाई राठौड़, उपाध्यक्ष श्री चिमनभाई एस. सोलंकी, महामंत्री भीखाभाई सोलंकी, संयुक्त मंत्री ललितभाई सोलंकी, संगठन मंत्री गोविंद सरपंच जनाली, ऑडिटर संजयभाई सोलंकी, ट्रस्टी श्री विनयभाई गोरधनभाई राठौड़ और ट्रस्टियों ने पुस्तकें भेंट कीं।
जीव देव प्रेमी के नीलेश जोशी ने कहा कि यह सुंदर सेवा पूर्ण कार्यक्रम शिक्षा को बढ़ावा देने को प्राथमिकता देगा और ट्रस्ट का यह पुस्तक वितरण कार्यक्रम हर समाज में समानता, भाईचारा और भाईचारे को बेहद बढ़ाएगा, समाज को जोड़ने का काम करेगा और बढ़ावा देने के लिए उत्प्रेरक के रूप में कार्य करेगा। देश में शिक्षा के क्षेत्र में उक्त महानुभावों ने अपने भाषण में वाल्मिकी समाज चैरिटेबल ट्रस्ट अरावली की सराहना की। यह ट्रस्ट जिसमें माता-पिता के बिना कुछ बेसहारा लड़कियों को ट्रस्ट द्वारा पालक पिता के रूप में अपनाया जाता है और ढेर सारा वर देकर मानवीय कार्य किया जाता है। ऐसे में ट्रस्ट जल्द ही अस्पतालों में मरीजों को मुफ्त फल वितरण और फुटपाथ पर सोने वाले बेसहारा लोगों को कंबल वितरण का कार्यक्रम आयोजित करेगा। इस प्रकार वाल्मिकी समाज चैरिटेबल ट्रस्ट पांच वर्ष पूरे करने पर वाल्मिकी समाज के विभिन्न उपयोगी समाजवादी एवं शैक्षिक उत्थान कार्यों को करने के लिए कृतसंकल्प है।
अंत में गुजराती स्कूल के प्रिंसिपल घनश्याम भाई पटेल साहब को धन्यवाद। अंत में स्कूल की घंटी जय श्री राम और जय भीम के नारों से गूंज उठी।