चुनाव के बीच आरपीएफ की बड़ी कार्रवाई:
नई दिल्ली स्टेशन पर 4.01 करोड़ का सोना, चांदी और नकदी जब्त
♦️ भारत टाइम्स ♦️
शीतल निर्भीक/रितु वर्मा डिजिटल एडिटर
नई दिल्ली। हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में चल रहे विधानसभा चुनावों के बीच रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने एक बड़ी सफलता हासिल की। आरपीएफ ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर एक व्यापक अभियान चलाते हुए 4.01 करोड़ रुपये की कीमत का अवैध सोना, चांदी और नकदी जब्त की।
यह कार्रवाई एक विश्वसनीय मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर शुरू की गई थी। आरपीएफ की टीम ने स्टेशन पर आने वाली कई ट्रेनों की सघन तलाशी ली। इस दौरान 24 संदिग्ध पार्सल जब्त किए गए, जिनमें से 498 ग्राम सोने की छड़ें, 365 किलोग्राम चांदी और 85.72 लाख रुपये की बेहिसाब नकदी बरामद हुई। जब्त किए गए सामान की कुल कीमत 4.01 करोड़ रुपये आंकी गई है।
यह अभियान आयकर विभाग के सहयोग से चलाया गया, जिसका उद्देश्य चुनाव के दौरान अवैध धन और सामान के प्रवाह पर रोक लगाना था। आरपीएफ की टीम ने बरामद माल का दस्तावेजीकरण करते हुए उसे सुरक्षित कब्जे में लिया और आगे की जांच शुरू कर दी गई है।
हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में हो रहे विधानसभा चुनावों को देखते हुए यह अभियान विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इन राज्यों में 16 अगस्त से 5 अक्टूबर के बीच विधानसभा चुनाव आयोजित हुए, जिनमें आरपीएफ की 60 कंपनियां तैनात की गई थीं। इन चुनावों के दौरान रेलवे के माध्यम से अवैध गतिविधियों को नियंत्रित करने के लिए आरपीएफ द्वारा कड़ी निगरानी रखी जा रही थी।
इस अभियान में आरपीएफ की सतर्कता ने न केवल नई दिल्ली स्टेशन पर बल्कि अन्य जगहों पर भी चुनावी सीजन के दौरान अवैध गतिविधियों पर प्रभावी रोक लगाने में मदद की। चुनाव के दौरान आरपीएफ ने कुल 12.86 करोड़ रुपये के अवैध सामान की जब्ती की, जिनमें बेहिसाब नकदी, नशीले पदार्थ और तस्करी की गई शराब शामिल थी। ये सभी वस्तुएं चुनावी माहौल में मतदाताओं को प्रभावित करने के उद्देश्य से लाई जा रही थीं।
रेलवे सुरक्षा बल के महानिदेशक मनोज यादव ने इस अभियान की सफलता पर अपनी टीम की सराहना की। उन्होंने कहा, “हर चुनाव हमारे लोकतंत्र के लिए एक महत्वपूर्ण परीक्षा होती है। आरपीएफ हर संभव प्रयास करता है कि अवैध गतिविधियों पर रोक लगाई जाए और नागरिक स्वतंत्र रूप से अपना मतदान कर सकें। मैं अपनी टीम के समर्पण और कड़ी मेहनत के लिए आभार व्यक्त करता हूं।”
आरपीएफ की इस बड़ी सफलता ने न केवल रेलवे की सुरक्षा बढ़ाई है, बल्कि चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता और निष्पक्षता को भी बनाए रखने में अहम योगदान दिया है। चुनावों के दौरान इस तरह की निगरानी से अवैध गतिविधियों पर लगाम लगाई जा रही है, जिससे लोकतांत्रिक प्रक्रिया की अखंडता सुनिश्चित की जा रही है।
इस प्रकार, आरपीएफ ने न केवल रेलवे के ज़रिए हो रही अवैध गतिविधियों को रोका है, बल्कि चुनावी माहौल में अस्थिरता पैदा करने वाली ताकतों पर भी प्रभावी अंकुश लगाया है। इस आशय की जानकारी मंडल रेल प्रबंधक जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने मीडिया को दी।